ज़हर मिला कोल्डड्रिंक बना मासूमों का कातिल
परिवार के मुखिया देवेंद्र बैरागी ने सुबह घर आकर एक कोल्डड्रिंक की बोतल लायी जिसमें पहले से ज़हर मिलाया गया था। उसने वही ज़हरीला पेय पहले अपने तीनों बच्चों को पिलाया, फिर पत्नी को और अंत में खुद भी पी लिया। कोल्डड्रिंक पीते ही तीनों बच्चों की हालत बिगड़ने लगी और देखते ही देखते वर्षा (11), दीप्ति (7) और देवराज (5) की तड़प-तड़पकर मौत हो गई।
मां की चीख़ों से गूंजा शांतिनगर, लेकिन तब तक हो चुकी थी देर
बच्चों की हालत बिगड़ती देख मां चिल्लाई, मदद की पुकार लगाई – लेकिन ज़हर असर दिखा चुका था। आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तीनों मासूम दम तोड़ चुके थे।
दम्पति को ग्रामीणों ने तत्काल सिविल अस्पताल पखांजूर पहुंचाया, जहां उनकी हालत अब भी नाजुक है।
पूरे गांव में मातम, हर आंख नम
इस पारिवारिक त्रासदी से गांव में मातम पसरा हुआ है। शांतिनगर में सन्नाटा है और हर जुबान पर एक ही सवाल – "आख़िर ऐसा क्यों हुआ?"
बताया जा रहा है कि परिवार लंबे समय से आर्थिक संकट और घरेलू तनाव से गुजर रहा था, लेकिन कोई सोच भी नहीं सकता था कि बात इतनी दर्दनाक मोड़ लेगी।
पुलिस जांच में जुटी – आत्महत्या या कोई गहरी साजिश?
पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है। अस्पताल में माता-पिता को होश आने के बाद उनके बयान से पूरे मामले की कड़ियाँ जुड़ने की उम्मीद है।
यह घटना सिर्फ़ एक खबर नहीं – समाज के लिए चेतावनी है।
मानसिक तनाव, आर्थिक दबाव और टूटते रिश्ते – जब समय रहते सुने नहीं जाते, तो नतीजा होता है बर्बादी।
🕯️ तीन मासूमों को खो देने का ग़म शब्दों से परे है। अगर आप या कोई जानने वाला तनाव में है – मदद ज़रूर लें। ज़िंदगी छोड़ना नहीं, समझदारी से जूझना रास्ता है।