धमतरी, 7 जून 2025 – धमतरी ज़िले की उन सुनसान स्कूलों में अब फिर से बच्चों की आवाज़ें गूंजेंगी, जहां कभी सिर्फ ताले लटके होते थे। युक्तियुक्तकरण की बदौलत अब 144 ऐसे स्कूलों को शिक्षक मिल चुके हैं जो या तो पूरी तरह से टीचर विहीन थे या फिर जहां केवल एक ही शिक्षक मौजूद था। _____ इस ऐतिहासिक कदम से ज़िले के दूर-दराज़ के इलाकों में, खासकर नगरी विकासखंड और डूबान क्षेत्र जैसे इलाकों में तालीम की नई रोशनी पहुंची है। पहले जहां बच्चों का भविष्य अंधेरे में था, अब वहां उम्मीदों का सूरज निकल आया है।
कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने बताया कि पहले जिले के कई स्कूलों में शिक्षक अधिक थे और कई स्कूलों में ज़रूरत के बावजूद शिक्षक नहीं थे। गणित और विज्ञान जैसे अहम विषय तो कई स्कूलों से गायब थे। अब 111 स्कूलों में इन विषयों के शिक्षक तैनात किए जा चुके हैं। बच्चों को अब बेसिक से लेकर हायर नॉलेज तक की पढ़ाई में आसानी होगी। _____ उन्होंने यह भी बताया कि जिले में पहले 181 अतिशेष शिक्षक थे, जिनका अब युक्तियुक्तकरण के ज़रिए सही जगहों पर पुनः पदस्थापन किया गया है। नतीजतन अब केवल 37 स्कूल ही ऐसे बचे हैं जो फिलहाल एकल शिक्षक पर आधारित हैं, जबकि 144 स्कूलों की यह स्थिति अब सुधर गई है।
दूरदराज़ गांवों में जहां बच्चे घंटों पैदल चलकर स्कूल जाते थे और वहां कोई पढ़ाने वाला नहीं होता था, अब उन इलाकों में शिक्षा की बुनियाद मजबूत होगी। जनप्रतिनिधियों, बच्चों के गार्जन और खुद स्टूडेंट्स ने इस पहल का दिल से इस्तकबाल किया है।
इस युक्तियुक्तकरण से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर होगी, बल्कि यह फैसला कई परिवारों की तालीम के प्रति उम्मीदों को भी मज़बूत करेगा।