धमतरी शहर का आमापारा वार्ड सोमवार दोपहर महज 15 मिनट की बारिश में ही लबालब हो गया। सड़कें नालियों के गंदे पानी से भर गईं, गटर उफन पड़े और बदबूदार पानी लोगों के घरों और दुकानों तक जा पहुंचा। बारिश के रुकते ही पानी तो थमा, लेकिन वार्डवासियों का ग़ुस्सा नहीं। राहगीर गंदे पानी से पैर बचाते, छींटों से खुद को बचाते नजर आए। स्थानीय व्यापारी बताते हैं कि हल्की बारिश में भी दुकानें बंद करनी पड़ती हैं क्योंकि बदबू और गंदगी से ग्राहक दूर भाग जाते हैं।
सबसे हैरानी की बात यह है कि आमापारा के पार्षद विजय मोटवानी पिछले पाँच वर्षों से वार्ड का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और वर्तमान में पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रभारी भी हैं। फिर भी ड्रेनेज की हालत जस की तस है।
लोग सवाल कर रहे — अगर खुद के वार्ड की नालियाँ नहीं सुधार सके, तो बाकी 39 वार्डों का क्या होगा?
बारिश ने विकास के वादों को धोकर रख दिया। अब जनता पूछ रही है —
ये गटर राज कब ख़त्म होगा?
और कब मिलेगा असली विकास?




