धमतरी ज़िले के ग्राम हरदी में एक ऐसी दर्दनाक वारदात सामने आई जिसने हर किसी को सन्न कर दिया.... रात थी 20 अक्टूबर की... घर में सब कुछ सामान्य था.... 20 साल की लक्ष्मी यादव अपने शौहर हितेश यादव के साथ कमरे में सोने गई थी..... लेकिन अगली सुबह जब दरवाज़ा नहीं खुला, तो शक गहराया.... जेठ गितेश्वर यादव ने आवाज़ लगाई, कोई जवाब नहीं मिला.... सीढ़ी लगाकर वेंटिलेशन से झाँका तो जो मंजर देखा, वो किसी खौफ़नाक ख्वाब से कम नहीं था — लक्ष्मी ज़मीन पर बेसुध पड़ी थी और हितेश फांसी के फंदे पर झूल रहा था.... घरवालों ने चीखते हुए दरवाज़ा तोड़ा, पर तब तक दोनों की सांसें थम चुकी थीं.... पुलिस चौकी करेलीबड़ी और एफएसएल टीम मौके पर पहुँची.... डॉक्टर की शार्ट पीएम रिपोर्ट में लक्ष्मी की मौत गमछे से गला घोंटने की बताई गई — यानी ये मौत हादसा नहीं, कत्ल था.... इसी आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 172/2025, धारा 103(1) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया।
लेकिन असली सस्पेंस तब खुला जब हितेश का व्हाट्सएप स्टेटस मिला.... उसमें लिखा था —
मैं हिम्मत यादव… मैंने अपनी बीवी लक्ष्मी यादव को जान सहित मार दिया है.... कोई वजह नहीं, बस उसकी माँ-बाप की वजह से मार दिया.... अब मैं भी फांसी लगा रहा हूँ।
ये लाइनें पढ़कर गाँव में मातम पसरा हुआ है..... लोग समझ नहीं पा रहे — क्या वाक़ई प्यार इतना कमज़ोर था या हालात इतने भारी? धमतरी पुलिस अब मोबाइल कॉल डिटेल्स और फॉरेंसिक रिपोर्ट के ज़रिए इस दर्दनाक मंजर के पीछे का सच तलाश रही है।




