धमतरी ज़िले के अर्जुनी थाना इलाक़े का भोयना गांव—जहां ज़िंदगी आम तौर पर सुकून से गुजरती थी। लेकिन उस रोज़ जो हुआ, उसने पूरे गांव की रूह को हिला कर रख दिया।
छह साल से वीरान पड़ी एक फैक्ट्री... और उसी के पीछे, ज़मीन के नीचे बना एक सेप्टिक टैंक... जब वहां से बदबू उठी, तो लोगों ने सोचा शायद कोई जानवर गिर गया होगा। लेकिन हक़ीक़त इससे कहीं ज़्यादा डरावनी थी...
सेप्टिक टैंक के अंदर से मिला एक इंसानी कंकाल...
जैसे ही खबर फैली, गांव में खलबली मच गई। लोग घरों से बाहर निकल आए। किसी की सांसें थमीं, किसी की आंखें फटी की फटी रह गईं।
पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची... चारों तरफ कड़ी निगरानी... कैमरे, दस्ताने, सबूतों की तलाश शुरू हो गई।
लेकिन सवाल ये है—ये लाश आख़िर है किसकी?
करीब 4 से 5 साल पुराना बताया जा रहा है ये नर कंकाल। अब तक उसकी पहचान नहीं हो सकी है। न कोई गवाही, न कोई नाम, न कोई सुराग। क्या ये एक बेरहम क़त्ल है...? या फिर कोई ख़ुदकुशी का मामला...?
पुलिस हर एंगल से तहकीक़ात कर रही है। गांव वालों के बयान लिए जा रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि उन्होंने पहले भी उस फैक्ट्री के आस-पास अजीब आवाजें सुनी थीं...
"कहीं ये कोई राज़ तो नहीं, जो अब तक छुपा हुआ था...?"
गांव में दहशत का माहौल है। बच्चे सहमे हुए हैं, बुज़ुर्ग कानाफूसी कर रहे हैं, और हर शख़्स के ज़हन में बस एक ही सवाल है—
"कौन था वो... और उसे किसने मारा?"
जल्द ही परत-दर-परत इस राज़ का पर्दा उठेगा... लेकिन तब तक...
"डर... और शक़... गांव के हर कोने में फैल चुका है..."