रायपुर, छत्तीसगढ़:
लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर ऑल इंडिया लीनेस क्लब एवं कृति फाइन आर्ट्स इंस्टीट्यूट द्वारा भव्य "मातृशक्ति सम्मान कार्यक्रम" का आयोजन किया गया। यह आयोजन मातृशक्ति, नवोदित प्रतिभाओं और दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण को समर्पित रहा।
मुख्य अतिथि
माननीय लोकेश कावड़िया (अध्यक्ष – निशक्त जन आयोग) ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। उनके साथ वरिष्ठ समाजसेवी दाऊ कृष्ण कुमार गुप्ता, पूर्व एम.डी. समाज कल्याण विभाग श्री राकेश तिवारी, एवं महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस आर्गेनाइजेशन के राजेन्द्र जैन मंचासीन रहे।
सम्मान प्राप्त करने वाले प्रमुख नामश
• सूर्या लुंकड (वरिष्ठ समाजसेवी)
- प्रभा रावत
- डॉ. प्रीति साहू (गायनेकोलॉजिस्ट)
- डॉ. रचना मिश्रा (मनोरोग विशेषज्ञ)
- डॉ. मंजू गुप्ता (फिजियोथैरेपिस्ट)
इन सभी को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र भेंटकर कृति फाइन आर्ट्स संस्थान की संचालिका जानकी गुप्ता द्वारा सम्मानित किया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को नमन – बच्चों की कलाकृतियों से सम्मान
नन्हे कलाकारों ने देश के जांबाज़ सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए अपनी भावनाएं चित्रों के रूप में पेश कीं।
सम्मानित बाल कलाकारों में शामिल रहे:
मिहिका साहू, रचित पद्मवार, आरुष पद्मवार, प्राची सोनी, सिद्धार्थ, समृद्धि सिन्हा, युक्ति ध्रुव, लावण्या ध्रुव, द्विती शर्मा, भव्या जैन, समकित जैन, मिष्टी अग्रवाल, हर्षाली गुप्ता, लवीश मुंजवानी, मान्या मुंजवानी, अर्शिया गोयल।
इन सभी ने अपने चित्र श्लोकेश कावड़िया को भेंट किए, जिन्होंने इन्हें देशभक्ति का अनूठा उदाहरण बताया।
दिव्यांग सशक्तिकरण की प्रेरणा – जानकी गुप्ता
जानकी गुप्ता दिव्यांग बच्चों को निःशुल्क फाइन आर्ट्स प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बना रही हैं। यह पहल न केवल समाज में समावेश की भावना को बढ़ावा देती है बल्कि कला को जीविका का माध्यम भी बनाती है।
लोकेश कावड़िया का संबोधन:
"हमारा लक्ष्य है कि दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, पुनर्वास, सार्वजनिक सुविधाएं और सम्मानपूर्ण जीवन मिले। उनके अधिकारों की रक्षा, भेदभाव से मुक्ति और समाज की मुख्यधारा से जुड़ाव हमारी प्राथमिकता है।"
उन्होंने समाज से दिव्यांग सशक्तिकरण में सहभागी बनने की अपील की।
प्रकाशन हेतु सुझाव:
- फेसबुक / इंस्टाग्राम पोस्ट: मुख्य विजुअल में समूह फोटो और बच्चों की कलाकृतियाँ।
- पेपर / ई-पेपर: बाईं ओर चित्र, दाईं ओर लेख। शीर्षक बोल्ड, सबहेडिंग रंगीन।
- फ्लेक्स/बैनर हेतु: “300वीं जयंती” और “मातृशक्ति सम्मान” को प्रमुखता दें।