शुक्रवार को NSUI ने शिक्षा व्यवस्था की बदहाली और सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी के खिलाफ ‘शिक्षा बचाओ - भविष्य बचाओ’ नारे के साथ धमतरी में विशाल हुँकार रैली निकाली, जो कलेक्ट्रेट पहुंचकर उग्र प्रदर्शन में तब्दील हो गई।
इस रैली का नेतृत्व कर रहे थे AICC सचिव व भिलाई विधायक देवेंद्र यादव और NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय, जिन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उनका कहना था कि ‘युक्तियुक्तकरण’ के नाम पर ग्रामीण स्कूलों से शिक्षक हटाए जा रहे हैं, जिससे लाखों विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है।
हर मोड़ पर पुलिस तैनात… प्रदर्शन से पहले ही कलेक्ट्रेट बना किला!
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रशासन सतर्क हो गया था। कलेक्ट्रेट को चारों ओर से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।
खास बात यह रही कि जितने प्रदर्शनकारी थे, उससे कहीं ज्यादा पुलिस बल तैनात रहा, जो हर कोने पर अलर्ट मोड में नजर आया।
CCTV कैमरों से भी हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही थी।
"अब चुप नहीं बैठेंगे, शिक्षक नहीं तो शिक्षा नहीं!" – NSUI
नेताओं ने साफ कहा कि अगर सरकार ने जल्द शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की और युक्तियुक्तकरण नीति को वापस नहीं लिया, तो यह आंदोलन और उग्र होगा।
उन्होंने सरकार को चेतावनी दी – “ये सिर्फ शुरुआत है… अब युवा सवाल पूछेंगे, जवाब लेंगे!”
NSUI की यह हुंकार रैली धमतरी में सिर्फ एक प्रदर्शन नहीं था, यह एक संदेश था – कि अब शिक्षा के सवाल पर समझौता नहीं होगा… चाहे सरकार को जितना भी पुलिस बल लगाना पड़े!




