आज प्राथमिक शाला बिंद्रा नवागांव में अचानक ऐसा नज़ारा देखने को मिला कि हर कोई हैरान रह गया..... क्लास में मास्टर जी की कुर्सी पर बच्चे बैठे थे, हाजिरी ले रहे थे, पढ़ाई करवा रहे थे और पूरा अनुशासन भी बनाए हुए थे।
असल में, 5 सितम्बर को छुट्टी होने की वजह से शिक्षक दिवस का जश्न आज 4 सितम्बर को ही मना लिया गया.... बच्चों ने खुद को उस्ताद बनाकर पूरे दिन पढ़ाई का जिम्मा संभाला...… प्रधान पाठिका ममता खालसा ने बताया कि बच्चों ने श्रीफल और पेन भेटकर शिक्षकों से दुआएं और आशीर्वाद लिया...... इस दौरान डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस की अहमियत पर भी चर्चा हुई।
बच्चों का कहना था कि आज टीचर बनकर हमें एक अनोखा तजुर्बा मिला… जैसे ही क्लास पर कंट्रोल किया, ज़िम्मेदारी का एहसास हुआ।





