धमतरी में भाजपा को बड़ा झटका लगा है।
जिले के ग्राम आछोटा के सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता सोमवार को अचानक जिला भाजपा कार्यालय पहुँचे और पार्टी से सामूहिक इस्तीफ़ा दे दिया।
कारण चौंकाने वाला था—
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उनकी आवाज़ न सुनी जा रही और गाँव में हो रहे भ्रष्टाचार पर न तो प्रशासन और न ही भाजपा मंडल ने कोई कार्यवाही की।
इंतज़ार और नाराज़गी…
कार्यालय में ज़िम्मेदार पदाधिकारियों के इंतज़ार में कार्यकर्ता घंटों बैठे रहे।
मगर हैरानी यह कि एक भी भाजपा नेता दफ़्तर नहीं पहुँचा।
धीरे-धीरे माहौल गरमाता गया और नाराज़ कार्यकर्ता “भाजपा मुर्दाबाद” के नारे लगाने लगे।
दीवार पर चिपका इस्तीफ़ा
निराश और ग़ुस्से से भरे कार्यकर्ताओं ने आखिरकार जिलाध्यक्ष के नाम इस्तीफ़ा ज्ञापन को कार्यालय की दीवार पर ही चिपका दिया और भारी नाराज़गी के साथ वहाँ से लौट गए।
पर्दे के पीछे की सच्चाई
कार्यकर्ताओं का कहना है कि गाँव में पूर्व सरपंच और उपसरपंच द्वारा की जा रही गड़बड़ियों को कई बार सामने रखा गया,
लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ़ नज़रअंदाज़ किया गया।
नतीजा—सभी ने एकजुट होकर पार्टी छोड़ने का फ़ैसला कर लिया..... धमतरी भाजपा के लिए यह घटना सिर्फ़ साधारण विरोध नहीं बल्कि अंदरूनी असंतोष और टूटन की गंभीर निशानी मानी जा रही है।





