धमतरी - शहर की गलियों में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक इस क़दर बढ़ गया है कि हर दूसरा शख़्स खौफ़ में जी रहा है..... सुबह-सुबह बच्चों का स्कूल जाना, बुज़ुर्गों का टहलना या राहगीरों का सड़कों से गुज़रना — सब खतरे से खाली नहीं रहा..... शासकीय अस्पताल में हर दिन कुत्ते के काटने से घायल लोगों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं...... इस बढ़ते ख़तरे को देखते हुए नगर निगम के लोक निर्माण विभाग के प्रभारी विजय मोटवानी ने नगर प्रशासन का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर खींचा है...... उन्होंने कहा कि—
अब वक्त आ गया है कि कुत्तों के नियंत्रण के लिए ठोस और कारगर कदम उठाए जाएं, ताकि शहरवासियों को इस भय और परेशानी से राहत मिले।
मोटवानी ने आगे कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को पहले भी कई बार निगम और जिला प्रशासन के सामने रखा है, पर अब स्थिति ऐसी हो चली है कि तत्काल कार्रवाई अनिवार्य हो गई है.... उन्होंने निगम प्रशासन से अपील की है कि राज्य शासन के पशुधन विभाग के दिशा-निर्देशों के तहत चिन्हांकन, नसबंदी और निगरानी की प्रक्रिया को सख़्ती से लागू किया जाए।
जनसेवा की भावना के साथ सदैव आगे आने वाले विजय मोटवानी ने कहा —
शहर की अमन-ओ-चैन, बच्चों और बुज़ुर्गों की सुरक्षा के लिए अगर सख़्त कदम उठाने पड़ें तो पीछे नहीं हटना चाहिए।
धमतरी की सड़कों पर फैला यह कुत्ता आतंक अब महज़ एक परेशानी नहीं, बल्कि आमजन की सुरक्षा से जुड़ा बड़ा सवाल बन चुका है… और अब शहर उम्मीद लगाए बैठा है कि निगम प्रशासन जल्द ही इस खौफ़नाक साये से निजात दिलाने की ठोस शुरुआत करेगा।





