शहर के दिल को दहला देने वाली बरडिया ज्वेलर्स गोलीकांड की गुत्थी आखिरकार आधे साल बाद सुलझ ही गई..... जिस वारदात ने धमतरी को ख़ौफ़ और सन्नाटे में डुबो दिया था, उस केस में पुलिस ने अब दो शातिर बदमाशों को गिरफ़्त में लिया है — कुंवर सिंह और अमर सिंह, जबकि तीसरा साथी अब भी परछाइयों में छुपा हुआ बताया जा रहा है....... यह वही दिन था जब तीन नक़ाबपोशों ने दिनदहाड़े दुकान में दाख़िल होकर गोलियां बरसाईं, और दुकानदार की बेटी ने जब हिम्मत दिखाकर बीच-बचाव की कोशिश की — तो गोली उसके जिस्म को चीरती चली गई। खून से सनी दुकान, टूटी चूड़ियों की खनक और दहशत में भागते लोग — धमतरी उस मंजर को आज तक नहीं भुला पाया...... पुलिस की टीमें छह महीनों तक रात-दिन सुराग़ ढूंढती रहीं, फोन ट्रैकिंग, सीसीटीवी, मुखबिर और राज्यों की खाक छानने के बाद आखिर मध्यप्रदेश के भिंड ज़िले से इस वारदात के धागे जुड़ गए। तीनों आरोपी वहीं के रहने वाले निकले — जो पहले ट्रक ड्राइवर हुआ करते थे..... जांच में सामने आया कि घटना से पहले वे बरडिया ज्वेलर्स को दिनभर ट्रक में बैठकर ट्रैक करते रहे, और मौक़ा मिलते ही वारदात को अंजाम दिया..... धमतरी पुलिस के मुताबिक, दोनों गिरफ्तार आरोपी पहले भी कई फायरिंग और लूट की वारदातों में शामिल रहे हैं। वारदात के बाद तीनों ने ड्राइविंग छोड़ दी और अलग-अलग जगहों पर छुपकर ज़िंदगी गुज़ारने लगे।
पुलिस का कहना है — छह महीने की मेहनत, sleepless nights और दर्जनों टीमों की कोशिश के बाद दो को पकड़ लिया गया है... अब तीसरे की तलाश आख़िरी मुकाम पर है.... वही इस खुलासे ने एक बार फिर साबित किया कि अंधेरे कितने भी गहरे हों, इंसाफ़ की रौशनी देर-सवेर पहुंच ही जाती है।





