आज 4 नवंबर की ढलती दोपहरी, अचानक लाल खदान स्टेशन के पास वो मंजर देखा गया जिसे लोग उम्रभर नहीं भूल पाएंगे।
कोरबा लोकल पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी आमने-सामने भिड़ गईं — टक्कर इतनी भीषण और दर्दनाक थी कि कई डिब्बे पटरी से उतर गए, कुछ तो एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए।
धुएं, टूटे लोहे और चीख़ों के बीच सब कुछ एक पल के लिए थम गया।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, अब तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 12 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हैं..... कुछ की हालत नाज़ुक बताई जा रही है..... मौके पर रेलवे और जिला प्रशासन की टीमें पहुंच चुकी हैं..... राहत व बचाव कार्य तेज़ी से जारी है, घायल यात्रियों को नज़दीकी अस्पताल भेजा जा रहा है।
कैसे हुआ हादसा?
सूत्रों के मुताबिक, कोरबा लोकल ट्रेन बिलासपुर की ओर जा रही थी, तभी लाल खदान स्टेशन के पास उसी ट्रैक पर अचानक एक मालगाड़ी आ गई..... सिग्नल गड़बड़ी या मानवीय भूल — वजह जो भी रही हो, टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि दोनों ट्रेनों के डिब्बे मलबे में तब्दील हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया —
एक पल में सबकुछ खत्म हो गया... लोहे की आवाज़, धुआं, और बस सिसकियां...
ट्रैक पर बिखरी रोटियाँ, फटे बैग, टूटी खिड़कियां और खामोश पड़ी लाशें — हर चीज़ इस बात की गवाही दे रही है कि हादसा कितना खौफनाक था।




