नगरी ब्लॉक से एक बड़ी खबर सामने आई है जहाँ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अनुशासनहीनता के मामले में कड़ी कार्रवाई की है। टिकट वितरण को लेकर हुए हंगामे और पार्टी कार्यालय में आगजनी व तोड़फोड़ की घटना के बाद भाजपा ने संगठनात्मक अनुशासन का पालन करते हुए सात लोगों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
इस कार्रवाई में भाजपा युवा मोर्चा के ब्लॉक अध्यक्ष सुनील निर्मलकर का नाम भी प्रमुख रूप से शामिल है। उनके साथ छह अन्य कार्यकर्ताओं को भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बाहर कर दिया गया है।
घटना उस वक्त की है जब टिकट वितरण को लेकर कुछ कार्यकर्ता नाराज हो गए और बात इतनी बढ़ गई कि भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी तक कर दी गई। इस गैर-जिम्मेदाराना और पार्टी विरोधी हरकत से न केवल पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा, बल्कि अन्य कार्यकर्ताओं में भी भारी असंतोष फैल गया।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री रामू रोहरा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की और सातों उपद्रवियों को पार्टी से बाहर कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है और ऐसे किसी भी असामाजिक तत्व को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस कार्रवाई के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में हलचल मच गई है। कुछ लोग इस निर्णय से सहमत हैं तो कुछ में चिंता और ग़ुस्सा देखा जा रहा है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक़, संगठन आगे भी अनुशासनहीनता के मामलों में इसी तरह की सख्त कार्रवाई करता रहेगा। यह संदेश साफ है कि पार्टी में रहकर अनुशासन और संगठन की मर्यादा का पालन करना अनिवार्य है।
भाजपा ने टिकट विवाद के चलते हुई तोड़फोड़ की घटना को गंभीरता से लेते हुए सात कार्यकर्ताओं को निष्कासित कर पार्टी अनुशासन का सख़्त संदेश दिया है। इससे पार्टी में अंदरूनी उथल-पुथल के संकेत भी मिल रहे हैं।