धमतरी नगर पालिक निगम की बजट मीटिंग 10 अप्रैल से पहले किसी भी दिन आयोजित हो सकती है। इस बार के बजट में शहर की तरक्की को नया रुख देने के लिए कई अहम प्रोजेक्ट्स शामिल किए जाएंगे। हाइटेक बस स्टैंड, नालंदा परिसर, नई सड़कों का निर्माण, सीवरेज सिस्टम की बेहतरी और अन्य बुनियादी सहूलतों पर चर्चा होगी।
पिछले पाँच सालों में सिर्फ तीन बार हुई बजट मीटिंग
गौर करने वाली बात ये है कि बीते पाँच सालों में निगम के कार्यकाल के दौरान सिर्फ तीन बार ही बजट मीटिंग बुलाई गई। इतना ही नहीं, एक मीटिंग के दौरान महापौर खुद बीच में ही मीटिंग छोड़कर चले गए, जिससे बजट पास नहीं हो सका और नतीजतन शहर की तरक्की पर असर पड़ा।
शहर की बेहतरी के लिए जनरल बॉडी मीटिंग बुलाई जानी चाहिए थी, मगर बीते पाँच सालों में इसकी पूरी तरह से अनदेखी की गई। निष्क्रियता इस हद तक रही कि एक भी सामान्य सभा आयोजित नहीं की गई। इस वजह से शहरवासियों में मायूसी और नाराज़गी देखी गई, क्योंकि उनके इलाकों में बुनियादी मसलों का कोई हल नहीं निकल सका।
महापौर के साथ भाजपा प्रदेश महामंत्री होने का फायदा भी दिख रहा
धमतरी के महापौर रामू रोहरा सिर्फ नगर निगम के प्रमुख ही नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री भी हैं। उनके इस राजनीतिक कद का सीधा फायदा शहर को होता दिख रहा है। उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ और ऊँचे स्तर तक पहुँचने की क्षमता ने शहर में कई रुकी हुई योजनाओं को गति देने का काम किया है।
शपथ ग्रहण के बाद से ही रामू रोहरा लगातार शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं, उनकी परेशानियाँ सुन रहे हैं और त्वरित कार्रवाई भी कर रहे हैं। उनकी यह सक्रियता लोगों के दिलों में जगह बना रही है और शहर के विकास को लेकर एक नई उम्मीद भी जगा रही है।
शहर को बड़ी सौगात मिल सकती है
इस बार की बजट मीटिंग को लेकर शहरवासियों की निगाहें टिकी हुई हैं। चूँकि महापौर एक प्रभावशाली राजनेता भी हैं, इसलिए इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि बजट में बड़े प्रोजेक्ट्स को मंज़ूरी मिलेगी और शहर को नई सौगात मिलेगी।
देखना होगा कि इस बजट में शहर के विकास के लिए कितनी योजनाएँ पास होती हैं और किस हद तक इन्हें ज़मीन पर उतारा जाता है। लेकिन अब तक के संकेतों को देखते हुए ऐसा कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में धमतरी शहर को एक नया विकास मॉडल देखने को मिल सकता है।