रेड की पटकथा ऐसे लिखी गयी
Collector अबिनाश मिश्रा ने शाम होते ही आदेश दे दिया—“आज ही कार्रवाई करो, कोई रियायत नहीं।”
गहरी रात, चारों तरफ़ सन्नाटा। तभी एसडीएम पीयूष तिवारी की जीप की हैड-लाइट्स रेत-ड्यून पर तीर-सी चमकीं। सुप्रीम कोर्ट के सख़्त हुक्म के बावजूद खदान-मालिक अपनी मनमानी पर कायम था—पॉकलेन और जेसीबी की घर्र-घर्र करती आवाज़ें साफ़ बता रही थीं कि रेत का काला कारोबार जारी है। कानून को ठेंगा दिखाकर। लेकिन इस बार माफिया की किस्मत जवाब दे गई!
दरअसल कलेक्टर अबिनाश मिश्रा की कड़ी चेतावनी के बाद एसडीएम पीयूष तिवारी, तहसीलदार और पुलिस टीम के साथ आधी रात को पहुंच गए सीधे रेत खदान में।
रात के अंधेरे में पोखलेन, JCB, और हाइवा की आवाजें बता रही थीं—खेल अब भी जारी है। लेकिन इस बार प्रशासन पूरी तैयारी में था।
पूरी कार्रवाई ऐसे हुई
🕛 रात 9,30 बजे: SDM की टीम ने खदान को चारों ओर से घेरा
अंधेरे में तेज़ लाइट डाली गई
मौके पर मिली 3 पॉकलेन, 1 JCB और 3 हाइवा—रेत की चोरी में लिप्त
मौके पर ही ज़ब्ती की कार्रवाई शुरू—ऑपरेशन 2 घंटे चला
कौन-कौन फंसा और क्या जब्त हुआ?
ज़ब्त सामग्री | संख्या | आरोप |
---|---|---|
पॉकलेन | 3 | अवैध रेत खनन |
JCB | 1 | पर्यावरण उल्लंघन |
हाइवा ट्रक | 3 | अवैध परिवहन |
FIR और सख्त सजा की तैयारी
- धारा 379 (चोरी)
- MMRD Act व पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज
- लाखों का जुर्माना तय
- खदान मालिक और वाहन मालिकों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी
“कोई नहीं बचेगा…”
SDM तिवारी ने कहा: “सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अवैध खनन करना न सिर्फ गैरकानूनी बल्कि सीधे अदालत की अवमानना है। अब ये खदान लंबे समय तक बंद रहेगी।”
पुलिस अफसर बोले: “GPS और मोबाइल डेटा खंगाला जा रहा है, पूरा सिंडिकेट जल्द सामने आएगा।”
जनता ने कहा – “अब आया मज़ा!”
स्थानीय लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा –
“अब रात का ट्रैफिक और धूल नहीं, चैन की नींद आएगी। माफिया समझे कि ये नया सिस्टम है।”
नतीजा साफ़ है:
जब कलेक्टर की कलम और SDM की दबिश एक साथ चलती है, तो माफिया का साम्राज्य रेत की तरह बिखर जाता है।
अब सवाल सिर्फ इतना है—क्या ये कार्रवाई सिर्फ एक बार की थी या खनन माफिया की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है?