धमतरी जिले में एक दिल दहला देने वाली लूट की वारदात सामने आई, जहां नकाबपोश लुटेरों ने फिल्मी अंदाज में व्यापारी से 20 लाख रुपये लूट लिए। यह वारदात 22 मार्च की दोपहर पोटियाडीह गांव के पास हुई। इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए हाईवे के सीसीटीवी कैमरे खंगाले और महज 10 घंटे के भीतर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस शानदार ऑपरेशन का नेतृत्व ए.एस.पी मणिशंकर चंद्रा ने किया, जिससे व्यापारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
फिल्मी स्टाइल में लूट, व्यापारी को बनाया निशाना
राजनांदगांव के व्यापारी पुरुषोत्तम, 20 लाख रुपये लेकर धमतरी की ओर जा रहे थे। जैसे ही उनकी कार पोटियाडीह गांव के पास पहुंची, अचानक एक स्कॉर्पियो वाहन ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। इससे पहले कि व्यापारी कुछ समझ पाते, तीन नकाबपोश लुटेरे कार से उतरे और लोहे के भारी औजार से कार में तोड़फोड़ करने लगे।
डर के माहौल में व्यापारी को बाहर निकालकर लुटेरों ने उनके पास रखे 20 लाख रुपये छीन लिए और स्कॉर्पियो में सवार होकर फरार हो गए। यह पूरी वारदात महज कुछ ही मिनटों में अंजाम दे दी गई, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, सीसीटीवी से मिला सुराग
लूट की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आ गईं। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने सबसे पहले घटनास्थल के आसपास और हाईवे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच में पता चला कि लुटेरे राजनांदगांव की तरफ भागे हैं।
इसके बाद पुलिस ने संभावित इलाकों में घेराबंदी शुरू कर दी। आधुनिक तकनीक और मुखबिरों की मदद से पुलिस को लुटेरों की लोकेशन का पता चला, जिसके बाद राजनांदगांव के डोंगर गांव से पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में इन पांचों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। इन पांच में से तीन वही लुटेरे थे, जिन्होंने व्यापारी पर हमला कर लूट को अंजाम दिया था, जबकि दो अन्य ने इस साजिश में उनकी मदद की थी।
साजिश में व्यापारी का ड्राइवर और सरपंच भी शामिल
इस मामले में सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब पुलिस को पता चला कि इस लूट की साजिश में व्यापारी का ही ड्राइवर शामिल था। उसने ही आरोपियों को व्यापारी के पैसे ले जाने की सूचना दी थी।
चौकाने वाली बात यह भी थी कि इस साजिश में कांग्रेस पार्टी से जुड़ा एक गांव का सरपंच भी शामिल था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। इस खुलासे ने व्यापारिक समुदाय को झकझोर कर रख दिया
महज 10 घंटे के भीतर पुलिस ने इस मामले कम सुलझा लिया जिससे धमतरी और राजनांदगांव के व्यापारियों ने राहत की सांस ली। उन्होंने ए.एस.पी मणिशंकर चंद्रा और उनकी टीम की जमकर सराहना की।
इस घटना से यह साबित हुआ कि अपराधी कितनी भी चालाकी से वारदात को अंजाम दें, लेकिन पुलिस की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से बच नहीं सकते।