धमतरी के कांग्रेस भवन राजीव भवन में बिजली बिल बकाया होने के चलते बिजली विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। दरअसल, कांग्रेस भवन में छह महीने का बिजली बिल लंबित है, जिसकी रकम 22 हजार रुपए के करीब बताई जा रही है। बिजली विभाग द्वारा कई बार नोटिस भेजने के बावजूद भी बिल का भुगतान नहीं किया गया, जिसके बाद अब विभाग ने बिजली काटने का अल्टीमेटम दे दिया है।
बताया जाता है कि छह माह से बिल बकाया होने के बावजूद भी कांग्रेस भवन का बिजली कनेक्शन नहीं काटा गया, जबकि आम नागरिकों के घरों में दो महीने का बिल बकाया होने पर ही बिजली काट दी जाती है। अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है और लोगों के बीच मिला-जुला प्रतिक्रिया सामने आ रहा है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष का बयान
इधर, धमतरी जिला कांग्रेस अध्यक्ष शरद लोहाना ने कहा कि, बिजली खपत ज्यादा नहीं है, लेकिन बिल मोटा आ रहा है। न तो भवन में एसी चल रहा है और न ही कूलर, इसके बावजूद बिजली बिल इतना ज्यादा आ रहा है। हमने इस मामले में बिजली विभाग से शिकायत भी की है। हमारी मांग है कि बिल की जांच कराई जाए और इसे कम करवाया जाए। जब तक बिल कम नहीं होता, हम भुगतान नहीं करेंगे।"
बिजली विभाग का अल्टीमेटम
वहीं, बिजली विभाग ने साफ कर दिया है कि यदि जल्द से जल्द बिल का भुगतान नहीं किया गया, तो बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा। विभाग ने कांग्रेस भवन को कुछ ही दिनों का समय दिया है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आम नागरिकों के दो महीने का बिल बकाया होने पर तुरंत बिजली काट दी जाती है, लेकिन कांग्रेस भवन का छह महीने का बिल बकाया होने के बावजूद बिजली कनेक्शन जारी क्यों रखा गया?
अब देखना होगा कि कांग्रेस भवन से बकाया बिल का भुगतान कब तक होता है या फिर बिजली विभाग बिजली कनेक्शन काटने की कार्रवाई करता है। फिलहाल, शहर में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।