धमतरी नगर निगम में महापौर और सभापति के चुनाव के बाद अंततः मेयर इन काउंसिल का गठन कर दिया गया है। महापौर द्वारा जारी की गई लिस्ट में आठ सदस्य शामिल किए गए हैं। इस प्रक्रिया में जातिगत संतुलन, महिलाओं का प्रतिनिधित्व और वरिष्ठ पार्षदों का खास ख्याल रखा गया है।
धमतरी नगर निगम में कुल 40 पार्षद हैं, जिनमें से 27 भाजपा से ताल्लुक रखते हैं। बहुमत में होने के नाते भाजपा ने एमआईसी गठन में अपनी रणनीति को बखूबी अंजाम दिया। महापौर और सभापति के चयन के बाद से ही एमआईसी गठन को लेकर सियासी हलचल तेज थी, लेकिन अब नई सूची जारी होने के बाद तस्वीर साफ हो गई है।
इन पहलुओं पर दिया गया ध्यान
एमआईसी गठन में जातिगत तवाज़ुन पर खास ध्यान दिया गया है, ताकि सभी समुदायों को उचित नुमाइंदगी मिल सके। इसके साथ ही महिलाओं को भी तरजीह दी गई है, जिससे महिलाओं की आवाज़ निगम में और बुलंद हो सके। इसके अलावा, सीनियर पार्षदों को भी जगह देकर उनके तजुर्बे का फ़ायदा उठाने की कोशिश की गई है।
सियासी मायने
इस एमआईसी गठन को नगर निगम में भाजपा की मज़बूत पकड़ के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी ने अपने पार्षदों की नुमाइंदगी को बैलेंस रखते हुए ऐसा तर्ज़ तैयार किया है जिससे आगामी सियासी मंसूबों को आसानी से लागू किया जा सके। विपक्ष की तरफ़ से अभी तक इस गठन पर कोई बड़ी प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन आने वाले दिनों में इस पर सियासी गहमागहमी देखने को मिल सकती है। हो.स.