धमतरी जिले में इम्तिहान के दौरान नकल का संगीन मामला उजागर हुआ है। इसका CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पूरे इलाके में हंगामा मच गया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि इम्तिहान प्रभारी खुद इस गैरकानूनी काम में शरीक हैं। बाकायदा रुपये वसूलकर परीक्षार्थियों को नकल करने की सहूलियत दी जा रही है। मोबाइल और दीगर गैरकानूनी तरीकों से खुलेआम नकल करवाई जा रही है। यह सब उस तालीमी संस्थान में हो रहा है, जहां से मुल्क का भविष्य तय करने वाले निकलते हैं।
कलेक्टर की सख्ती, तफ्तीश जारी
EXCLUSIVE के सामूहिक नकल का खुलासा करने के बाद कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने मामले को संजीदगी से लिया। उन्होंने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रीता यादव को इस पर तफ्तीश के हुक्म दिए। 23 मार्च को डाईट नगरी में हुई डीएलएड की प्रायोगिक इम्तिहान में सामूहिक नकल के इस मामले में आज ADM ने प्रिंसिपल और स्टाफ को तलब किया और उनके बयान कलमबंद किए।
इम्तिहान होगा दोबारा ?
प्रारंभिक तहकीकात के बाद ADM ने अपना रिपोर्ट कलेक्टर को पेश किया, जिसके आधार पर 23 मार्च की इस इम्तिहान को निरस्त करने की सिफारिश की गई है। अब इस इम्तिहान के रद्द होने की सूरत में पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी नई तारीखों का ऐलान करेगी। साथ ही, मामले की मुकम्मल तहकीकात के लिए यूनिवर्सिटी के कुल सचिव को रिपोर्ट भेजी गई है।
शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस पूरे मामले ने एक बार फिर तालीमी निज़ाम पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। क्या इम्तिहान अब महज एक रस्मअदायगी बनकर रह गए हैं ? क्या परीक्षार्थी मेहनत और काबिलियत की जगह सिर्फ नकल के सहारे अपने मुस्तकबिल को संवारने की राह पकड़ रहे हैं ? हुकूमत और तालीमी संस्थान को चाहिए कि इस किस्म के मामलों पर सख्त कार्रवाई करें ताकि आने वाली नस्लों को बेहतर और साफ-सुथरी तालीम मिल सके।