घने जंगल... सन्नाटा... और जमीन के नीचे छुपा था मौत का भयानक जाल!
धमतरी ज़िले की बहादुर नगरी डीआरजी और सीएएफ खल्लारी टीम ने दिल दहला देने वाली साजिश को वक्त रहते बेनकाब कर दिया। चमेंदा और साल्हेभाट के बीहड़ों में नक्सलियों ने मौत के ये हथियार छुपा रखे थे— 03 कुकर बम, 02 पाइप बम, 01 टिफिन बम और 03 अमूल दूध के डिब्बों में विस्फोटक, साथ ही एक वॉकी-टॉकी, दवाइयां और दैनिक सामान भी बरामद हुआ।
टीम ने नक्सलियों की इस घातक चाल को नाकाम कर दिया।
धमतरी पुलिस की बीडीएस यूनिट ने जान की बाजी लगाकर सारे बमों को मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया। अगर ये विस्फोटक फटते, तो पूरा इलाका दहशत में डूब जाता।
पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने टीम को शाबाशी देते हुए नक्सल विरोधी मुहिम को और तेज करने का हुक्म दिया है।
इस सनसनीखेज कार्रवाई के बाद थाना खल्लारी में अज्ञात माओवादियों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम की धारा 04 और 05 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अब पुलिस की तेज नजरें जंगल के हर कोने पर हैं... क्योंकि जंग अभी बाकी है!