शहर की परछाइयों में कुछ ऐसा चल रहा है जो चौकाने वाला है। धमतरी के अधिकांश लॉज अब सिर्फ रुकने की जगह नहीं रहे — ये गैरकानूनी कारोबार का नया अड्डा बन चुके हैं।
सूत्रों की मानें तो इन लॉजों में देह व्यापार, नशे की तस्करी और संदिग्ध गतिविधियाँ आम हो गई हैं। अंदर क्या हो रहा है, कोई पूछने वाला नहीं। पुलिस को या तो खबर नहीं — या फिर खबर होकर भी खामोशी ओढ़ ली गई है।
दिन हो या रात, लॉज के भीतर संदिग्ध लोगों की आवाजाही बढ़ती जा रही है। कई बार स्थानीय नागरिकों ने शिकायतें कीं, लेकिन पुलिस हर बार "जांच करेंगे" कह कर मौन हो गई।
क्या ये सब सिर्फ पुलिस की लापरवाही है ? या फिर किसी ऊपरी संरक्षण के साथ चल रहा है ये अवैध कारोबार ?
अब सवाल उठता है —
शहर सो रहा है या साज़िशें पल रही हैं ?
कब खुलेगा ये बंद दरवाज़ों का राज ?
धमतरी की जनता जवाब चाहती है। और अब यह मामला सिर्फ नैतिकता का नहीं, सुरक्षा और कानून व्यवस्था का बन चुका है।